यस आई एम –7 [बार]
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सभी बार में पहुंच चुके थे। अभय ने पहले ही पूरे बार को खाली करवा दिया था। उसकी तेज और पारखी नजर हर एक चीज का मुआयने कर रही थी।
"वो कहां से गायब हुआ?" अभय ने अपने रुतबे को बरकरार रखते हुए पूछा।
"जिस दिन वह मरा, उस दिन हम सभी बार में एन्जॉय कर रहे थे। हर बार की तरह उसने इस बार भी बहुत ज्यादा पी हुई थी।" मोहित ने बताया।
"हमें वॉशरूम जाने का बोल कर वह चला गया और फिर वापिस नही आया। बहुत वक्त बीत जाने के बाद हम तीनों ने उसे ढूंढना शुरू कर दिया। बहुत ढूंढने के बाद भी वह हमें कही भी नही मिला और सुबह होते ही हमने आपको इन्फॉर्म कर दिया।" जाह्नवी ने बात को आगे बढ़ाते हुए बताया।
"सर! यहां आइए।" अभय को दुबे की आवाज सुनाई दी।
सभी एक साथ इधर उधर देखने लगे। अभय आवाज का पीछा करने लगा जोकि एक कमरें से आ रही थी। तीनों भी उसके साथ हो लिए। कमरे में पहुंचने पर दुबे कही पर भी दिखाई नही दिया। तभी अभय की नजर बेड के ऊपर पड़ी। उसका सिरहाना अपनी जगह से हटा हुआ था। बेड के पीछे एक खुफिया कमरा बना हुआ था और इस वक्त दुबे वही था।
जब अभय वहां पर पहुंचा उसके साथ साथ बाकि सभी की आँखें फटी की फटी रह गई। वह आश्चर्चकित होते हुए बोला। "इतनी सारी ड्रग्स? राहुल मेहरा ड्रग्स का काम भी करता था?"
"मैने पूरा बार छान मारा। पर मुझे ये जगह कभी नही मिली। कमाल का दिमाग लगाया था राहुल मेहरा ने या फिर...." इतना कह कर नितिन चुप हो गया।
"दुबे! सारी ड्रग्स को समेटो और थाने ले चलो।" अभय ने ऑर्डर देते हुए कहा।
उस कमरें में से निकल कर अभय बाहर आ गया और पूरे बार सही से देखने लगा। अभय ने केस को बढ़ाने के लिए अपने हिसाब से एक कहानी बनाई। "राहुल मेहरा ज्यादा ड्रिंक करके बार से बाहर गया होगा। बारिश की वजह से उसका पैर फिसल गया और वह बेहोश हो गया होगा। उसी दौरान किसी जंगली जानवर ने उसके ऊपर हमला कर दिया होगा। पर सोचने वाली बात यह है कि वह बार से बाहर क्यों गया होगा?" उसने आखिरी लाइन थोड़ा ऊंची आवाज में कही थी ताकि आस पास मौजूद लोग भी सुन सके।
"उस दिन बार में कुछ अजीब हुआ था?" किसी के जवाब ना देने पर अभय ने पूछा।
"नही सर!" जाह्नवी ने इधर उधर देखते हुए जवाब दिया।
"कुछ तो अजीब हुआ होगा?" अभय ने अपनी बात पर जोर देते हुए पूछा।
"कुछ भी अजीब नही हुआ था सर।" नितिन ने जवाब दिया।
"वैसे शराब और शबाब राहुल की कमजोरी थी। उस दिन ऐसी कोई भी लड़की बार में नही आई, जिसके पीछे राहुल बाहर गया हो।" मोहित ने सोचते हुए बताया।
"ठीक है।" अभय ने सपाट भाव तरीके से जवाब दिया।
"उसे कोई हेल्यूजिनेशन हुई हो। उसके बारे में कुछ नही कह सकते।" जाह्नवी ने अभय की ट्यूनिंग में जवाब दिया।
"सब कुछ अब फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।" अभय ने कहा और फिर आगे बोला। "तुम सब अब जा सकते हो। जरूरत पड़ने पर दोबारा बुला लिया जाएगा।"
"ठीक है सर! आप जब चाहे बुला सकते है।" नितिन ने आदर भाव से कहा और तीनों वहां से चले गए।
उनके जाते ही अभय को किसी की कॉल आई। स्क्रीन पर ड्रॉक्टर शैलजा सक्सेना का नाम फ्लैश हो रहा था।
"हैलो मैम! राहुल मेहरा की फॉरेंसिक रिपोर्ट आ गई क्या?" अभय ने कॉल रिसीव करते ही पूछा।
"हां! आ गई है और बड़ी ही विचित्र रिपोर्ट आई है।" शैलजा ने बिना किसी भाव के जवाब दिया।
"ऐसा क्या आया है?" अभय ने चिन्तित होते हुए पूछा।
"ज्यादा ड्रिंक करने की वजह से उसका पैर फिसल गया था। ये उसके सिर पर लगी हुई चोट से पता चला है।" शैलजा कुछ देर रुकी और फिर आगे बोली। "ज्यादा ड्रग्स लेने की वजह से उसे कभी कभी हेलोजिनेशन भी होते थे और पहले भी कई बार हुए थे मतलब जो चीजें नहीं है वे भी दिखने लग जाती थी।"
"यानी ये कोई मर्डर नही एक्सीडेंट ही था।" अभय ने सांस छोड़ते हुए कहा।
"लग तो एक्सीडेंट ही रहा है क्योंकि उसके शरीर पर शेर के पंजों के निशान थे। जिसका मतलब तो ये ही है कि उसका शिकार किसी शेर ने किया था।" शैलजा ने बताया।
"ठीक है। मै थोड़ी देर में वही पर पहुंचता हूं।" कहते ही अभय ने कॉल डिस्कनेक्ट कर दी। वह बार को सील करके और दुबे के साथ वहां से चला गया।
"पहली बार इस सिटी में कोई जिम्मेदार पुलिस इंस्पैक्टर आया है।" जाह्नवी ने तारीफ करते हुए कहा।
"लगता है तुम फैन हो गई उसकी।" मोहित ने जाह्नवी को छेड़ते हुए पूछा।
"ऐसा कुछ नही है।" इतना कहते ही जाह्नवी ने मोहित के कंधे पर मार दिया।
"और कैसा है? वैसे भी तुम बहुत तारीफ कर रही थी इन्स्पेक्टर की पुलीस स्टेशन में।" कह कर मोहित खिलखिला कर हंस पड़ा।
"मुझे कोई जरूरत नही उस इंस्पेक्टर की। मैने उसके काम को लेकर तारीफ की। वैसे भी ऑलरेडी मेरे पास मेरी केयर करने वाला है।" इतनी बात कहते ही जाह्नवी चुप हो गई।
"कौन है वो?" मोहित ने आग बबूला होते हुए कहा।
"है बस कोई। तुम्हें उस से क्या लेना देना?" जाह्नवी ने मोहित को इग्नोर करते हुए कहा। और वहां से चल दी।
"मुझे क्या लेना देना?" मोहित ने जाह्नवी का हाथ पकड़ कर उसे रोकते हुए कहा और फिर आगे बोला। "मतलब क्या है इस बात से तुम्हारा?" मोहित ने खीझते हुए पूछा।
"जो तुम्हें समझ आया। वो ही मतलब है मेरा।" जाह्नवी ने बड़ी ही लापरवाही के साथ अपनी बात कही और वह अपना हाथ छुड़ाकर कर वहां से चल दी। मोहित उसके पीछे पीछे चल दिया।
"ऐसा कैसे कर सकती हो तुम? जबकि पुलिस स्टेशन में मैने तुम्हें सब कुछ सच सच बता दिया।" मोहित ने भरे हुए गले के साथ बात कही।
"और जब मै उसे सच मान कर खुश होती तो तुम बोल देते मैने तो इंस्पेक्टर को झूठ बोला था। है ना?" जाह्नवी ने चिढ़ते हुए पूछा।
"नही!" मोहित ने जाह्नवी को रोकते हुए कहा और फिर आगे बोला। "ऐसा कुछ भी नही है। मैने जो कुछ भी कहा था, सब सच था।"
"सच में? अगर ऐसा ही था तो तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया?" जाह्नवी ने मुड़ते हुए पूछा और फिर मोहित को खा जाने वाली नजरों से घूरने लगी।
"वो इसलिए मुझे लगा था कि तुम राहुल के साथ हो। मैने कुछ बताया तो तुम मेरे साथ दोस्त भी नही रखोगी।" इतना कहते ही मोहित चुप हो गया।
"तेरी तो!" जाह्नवी ने मोहित के ऊपर हाथ उठाते हुए कहा। डर के मारे मोहित की आंखे बंद हो गई। अगले ही पल उसे चांटा लगने की बजाए खुद के कंधे पर जाह्नवी का हाथ महसूस हुआ। उसके एक स्पर्श ने मोहित की दिल की धड़कनों को बढ़ा दिया था। उसने मुंह ऊपर उठा कर देखा तो जाह्नवी उसे शरारत भरे लहजे से देख रही थी।
"फिर आज क्यों बोला?" जाह्नवी ने आंखें मटकाते हुए पूछा।
"पता नही। अपने आप निकल गया या फिर शायद तुम्हें खोने के डर ने खुद ब खुद बात बाहर निकाल दी।" मोहित से बड़ी ही मासूमियत के साथ जवाब दिया और फिर आगे बोला। "अब तुम बताओंगी भी वो कौन है, जिसकी तुम बात कर रही थी।"
उसका यह सवाल सुनकर जाह्नवी खिलखिलाकर हंसने लगी और मोहित उसे इस तरह से हंसता हुआ देख पागलों की तरह देखने लगा।
"बताओगी भी?" मोहित ने खीजते हुए पूछा।
"अरे पागल मैं तुम्हारी ही बात कर रही थी।" जाह्नवी का जवाब सुन कर मोहित उसे सुन्न सा होकर उसे देखने लगा।
"सच्ची कह रही हूं।" जाह्नवी ने उसके सिर पर हाथ मारते हुए कहा और फिर सीधा जाकर उसे गले से लगा लिया। बदले में मोहित ने भी उसे कस कर गले से लगा लिया। थोड़ी देर ऐसे रहने के बाद दोनो वहां से चले गए
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जारी रहेगी...मुझे मालूम है आप सभी समीक्षा कर सकते है बस एक बार कोशिश तो कीजिए, लाइक जरूर करे💙🤗
hema mohril
25-Sep-2023 03:23 PM
Beautiful
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Barsha🖤👑
01-Feb-2022 09:11 PM
👌👌well written
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Swati chourasia
08-Dec-2021 08:05 PM
Very beautiful 👌
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